Collection Of Best Life Hacking SMS (दिल को छूने वाली शायरी -२)
#1.मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....
#2.मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो" कभी कभी वजह भी दे दिया करो...
#3.कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....
#4.गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी
साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं
#5.मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....
#6.जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो शायद किसी अपने ही ने दिया है...
#7.बचपन भी कमाल का था
खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...
#8.खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...
#9.अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....
#10.जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...
#11.खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...
#12. जिंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं.....
#13.इतनी चाहत तो लाखो
रु पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......
#14.हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है ..
#1.मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....
#2.मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो" कभी कभी वजह भी दे दिया करो...
#3.कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....
#4.गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी
साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं
#5.मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....
#6.जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो शायद किसी अपने ही ने दिया है...
#7.बचपन भी कमाल का था
खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...
#8.खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...
#9.अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....
#10.जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...
#11.खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...
#12. जिंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं.....
#13.इतनी चाहत तो लाखो
रु पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......
#14.हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है ..
Dosto Agar Pasand Aayi toh Please isko share jarur kare...!!
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जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सत्येंद्र जी,, बने रहिये इस ब्लाग के साथ
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