JNU के देशद्रोही या 2 कौड़ी के कुत्ते:-
हमे तो अपनों ने लूटा , गैरों में कहाँ दम था....हनुमंथप्पा की जान तो JNU में लग रहे नारों ने ले ली , वर्ना सियाचिन के बर्फ में कहाँ दम था ....
इस लेख को शुरू करने
से पहले मैं सबसे पहले शहीद हनुमंथप्पा और उनके साथ शहीद हुए सैनिको को श्रधांजलि
अर्पित करना चाहूँगा . मैं आप सभी से एक बार विनती करता हूँ कि कृपया करके एक बार
याद कीजिये , हमारे देश के सैनिकों को जो
आपके लिए , हमारे लिए , हमारे परिवार के लिए , हर एक हिन्दुस्तानी के लिए अपनी जान की परवाह किये बिना अपने जान पर
खेल कर हमारी जान बचाते हैं . जो २४ घंटे सर्दी , गर्मी , बरसात ,तूफान , आंधी कभी
भी , कोई भी त्यौहार हो कोई भी छुट्टी हो फिर भी वो हमेशा अपने कर्तव्य को निभाने
के लिए तत्पर रहते हैं . सिर्फ इसलिए कि आप और हम सुरक्षित रह सके . उनका कोई
व्यक्तिगत लाभ नहीं होता . वो सिर्फ निस्वार्थ भाव से अपने देश की सेवा करने के
लिए बॉर्डर पर तैनात रहते हैं . बस इसीलिए की आप और हम सुरक्षित रह सके . और बदले
में उनको क्या मिलता हैं हमारी तरफ से ??
15 अगस्त और 26 जनवरी को फेसबुक , whatsapp के
प्रोफाइल पिक्चर पर एक तिरंगे की फोटो ? खैर वो भी ठीक है . वो तो उसपर भी संतुष्ट
हो जाते हैं . एक दिन ही सही अगर हम अपना स्टेटस पर सेट कर देते हैं “ जय हिन्द”
तो वो लोग इसमें भी बहुत खुश हो जाते हैं . वो इसमें भी बहुत गौरवन्वित होते हैं
कि हमारे देशवासी कितने प्यार करते हैं .
लेकिन जब JNU के कुछ २ कौड़ी के students ,
स्टूडेंट तो कहने लायक हैं नहीं मैं उनको कुत्ता बोलूँगा जैसा कि मैंने शीर्षक में
लिखा हैं . हाँ तो JNU के कुछ २ कौड़ी के
कुत्ते बोलते हैं कि अफज़ल हम शर्मिंदा हैं
– तेरे कातिल जिंदा हैं ... भारत तेरे टुकड़े होंगे – इंसा अल्लाह इंसा अल्लाह ...,
कश्मीर की आज़ादी तक जंग चलेगी ...जंग चलेगी ... हिंदुस्तान की बर्बादी तक जंग
रहेगी जंग रहेगी . जब ये बातें सुनने को मिलती होंगी तो उन सैनिको के दिल पर क्या
गुजरती होगी . आज मेरा इतना खून खौल रहा
है अगर सामने आ जाये उमर खालिद , कन्हैया कुमार तो मैं उनके साथ वो कर दूंगा जो
पूरा देश चाहता है . और जहाँ तक मुझे लगता हैं आपके मन की भी इच्छा शायद मेरे ही
जैसे होगी अगर आप सच्चे हिन्दुस्तानी हैं तो , अगर आपके अंदर भी देशभक्ति होगी अगर
आपके मन में भी तिरंगा देख कर , वन्दे मातरम सुन कर जोश आता हैं तो आपके मन में भी वही चल रह है जो मेरे मन में
चल रहा है कि इन दो कौड़ी के कुत्ते को ऐसा मौत मारा जाय कि दुबारा ऐसा कोई बोलने
से पहले ही डर के मारे मर जाये . लेकिन क्या करेंगे हमको को तो कुछ करने का अधिकार
नहीं हैं ,जो अधिकार है वो तो बस उन्ही लोगो को है जिनको “फ्रीडम ऑफ़ स्पीच “ मिली
हुई है . आज मेरी “फ्रीडम ऑफ़ स्पीच “ का फायदा बस आप लोगो तक मेरी बात पहुचाने के
लिए ही है . लेकिन कुछ लोग हैं जो इस का गलत फायदा उठा कर जो मन में आये वो बोलते
हैं . वो बोल देते हैं कि देश के टुकड़े हो जायेंगे , वो बोल देते हैं देश को बर्बाद कर देंगे , वो बोल देते हैं आतंकवाद को बढ़ावा देंगे .
लेकिन मैं बस ये बोलना चाहता हूँ कि अगर आपके मन
में भी कुछ मेरे ही जैसा है तो आप भी एक सच्चे हिन्दुस्तानी हैं और अगर ऐसा नहीं
है तो आपको भी चेतावनी है की सुधर जाओ . नहीं तो जाकर कहीं चुल्लू भर पानी में डूब
मरो . पाकिस्तान जाना है पाकिस्तान जाओ .. अफगानिस्तान जाना है अफगानिस्तान जाओ
...बांग्लादेश जाना है बांग्लादेश जाओ .. जाकर डुबो मरो ..किसी को कोई परवाह नहीं
है . हाँ आपके परिवार वालो को भी कोई परेशानी नहीं होगी अगर जाकर कहीं मर जाते हो
तो . जाति , धर्म , मुस्लिम , हिन्दू , सिख
ये सब बाद में आते हैं ...पहले देश आता है . देश से ऊपर कुछ नहीं होता .
लेकिन फिर भी कुछ राजनैतिक पार्टी
वाले हैं वो चाहे राहुल गाँधी हो या अरविन्द केजरीवाल या डी. राजा हो . ये वो दो
कौड़ी के लोग हैं जो थूक कर चाटने वालो में से हैं . उनको अपने फायदे के अलावा कुछ भी नहीं दिखता है . ये लोग बात करते हैं कि
ये jnu के students मासूम है . इनकी आवाज को जो दबाएगा वो देशद्रोही होगा . तो ये
बात दिल को चुभती हैं . इनको हर एक जगह जाकर अपना वोट बैंक बनाना होता है .
JNU में
पढने वाले Students की जो फीस है वो लगभग 700 रूपये सालाना हैं . क्योकि इनकी
फीस की आपूर्ति गवर्नमेंट के ओर से किया
जाता है .और इस तरह से जो रूपये हैं वो सब इस देश के जनता के हैं . और आप देखिये
इन दो कौड़ी के कुत्तों की हिम्मत ...जो देश के लोगो के पैसों पर पढ़ रहे हैं . इस
देश का खा रहे हैं वो ही इस देश को बर्बाद करने का नारा लगा रहे हैं . और एक
आतंकवादी को श्रधान्जली दे रहे हैं . उसको शहीद करना चाहते हैं . इन् दो कोड़ी के
कुत्तो को आज़ादी चाहिए . इनसे कहो की ये अपना राशन कार्ड , पासपोर्ट , वोटर id ,
ड्राइविंग लाइसेंस सब लौटा दे . जो भी डिग्रियां ली वो भी लौटा दे. इस देश ने उन्
कुत्तो को जो कुछ भी दिया वो सब लौटा दो और चले जाओ उस देश में जहाँ जाने का मन कर
रहा है . वो देश तुम्हारा इंतज़ार कर रहा है. तुम्ह्रारी रह देख रहा है उमर खालिद
और कन्हैया कुमार जैसे २ कौड़ी के देशद्रोही .
मैं कुछ ज्यादा नहीं लिखूंगा . भारत सरकार से ये
विनती है कि इन जैसे गद्दारों को उम्र कैद से कम सजा न मिले ताकि कोई भविष्य में
ऐसा करतूत न करे . इन गद्दारों को इतना नहीं पता की हमारे हिंदुस्तान से ज्यादा
सहिष्णु देश इस दुनिया में कोई नहीं हैं . लेकिन अगर इनको लगता है इस देश से बेहतर
और भी कोई देश है तो वहां चले जाये . किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी .पाकिस्तान में
शाम को लोग घर से निकलने में सोचते हैं . पता नहीं कब AK-47 लेकर आ जाये . लेकिन
जो गद्दार हैं उनको कौन समझाये .....!!
तो दोस्तों आप कृपया करके इस पोस्ट को इतना शेयर
करे कि जितने भी देश के गद्दार है , जो नमकहराम है , जो हरामी है उनकी हड्डी काँप
उठे .. जय हिन्द जय भारत ..
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